चेयरमैन की कलम से ... ,
एक सवाद
प्रिय अभिभावक,
नमस्कार!
आपको ज्ञात ही है कि दिनांक 4 अप्रेल 2010 में इस क्षेत्र के बालकों को अंग्रेजी 4 माध्यम से उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करने, उनमें उच्च संस्कारों का निर्माण करने, इस तेजी से आगे बढ़ती दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की शक्ति का निर्माण करने की भावना को ध्यान में रखकर ' विनायक पब्लिक स्कूल ' की स्थापना की थी। हम बहुत प्रसन्न हैं कि आप सभी ने इस शिक्षा केन्द्र को अपना आंतरिक स्नेह व सम्बल प्रदान किया। आप सभी के सामूहिक सहयोग का ही परिणाम है कि यह छोटा सा अंकुर एक पौधे के रूप में विकसित हो रहा है - एक वृक्ष का आकार लेने जा रहा है। अब बारी है बालिकाओं के लिए कुछ करने की । मैं इस धरा पर उत्पन्न हुआ हूं यह मेरी जन्मभूमि है इस क्षेत्र की बालिकाओं की स्थिति को अच्छी तरह से जानता हूं। एक लम्बे समय से हम यह महसूस कर रहे थे कि हमारी नगरीय व आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं को अपने भविष्य निर्माण के लिए उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा को पूरा करने के लिए अपने गृह क्षेत्र से दूर जाकर, अतिरिक्त आर्थिक भार का वहन करना पड़ता है अथवा अपनी शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा का परित्याग करना पड़ता है।
हम चाहते हैं कि इस क्षेत्र की बालिकाएं उच्च गुणवत्तायुक्त शैक्षणिक व व्यावसायिक शिक्षा अपने आस-पास ही
प्राप्त करके अन्य क्षेत्र की बालिकाओं के साथ हर क्षेत्र में सामंजस्य बिठाते हुए देश के आर्थिक, सामाजिक व
शैक्षणिक विकास में अपना योगदान प्रदान कर अपनी क्षमता का परिचय दे सके - आसमान की ऊंचाईयों को छूने का हौसला पा सकें।
इस भाव को आकार देने के लिए सत्र 2012-13 में विनायक गर्ल्स कॉलेज की स्थापना की गई और आगामी वर्षों
में हमारी कामना है कि छात्राओं हेतु व्यावसायिक पादयक्रम तथा B.A./B.Sc. B.Ed. 4 Years Integrated Courses एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं का शुभारम्भ किया जा चुका है।
विकास के नए आयाम के साथ अल्प अवधि में हमारे विद्यालय की एक शाखा विनायक
इन्टरनेशनल को सीबीएसई से स्थायी मान्यता मिल जाना इसी का प्रमाण है तथा इसके लिए मैं विद्यालय के
शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ को बधाई प्रेषित करता हूं ।
हम आपको विश्वास दिलाना चाहते हैं कि यह महाविद्यालय उच्च स्तरीय गुणवत्तायुक्त शिक्षा
प्रदान करने में कोई कमी नहीं छोड़ेगा न ही किसी प्रकार का कहीं कोई समझौता करेगा। आपके पूरे समर्पित
सहयोग के बिना हमारा बालिका शिक्षा विस्तार का यह स्वप्न पूरा नहीं हो सकता है। हम आपके आशीर्वाद व
सहयोग के आकार्क्षी हैं, कृपया महाविद्यालय में पधार कर अपने सुझावों से अनुगृहीत करायें - अपनी
पुत्री//संरक्षिता को प्रवेश दिलवायें।
धन्यवाद।
सदैव आपके साथ
महेश शर्मा